सीरिया के राष्ट्रपति अहमद अल-शरा की सेना पर अपने ही देश में हिंसा फैलाने के आरोप लग रहे हैं। अब उनके वफादार लड़ाकों पर अमानवीय और हिंसक होने के आरोप लग रहे हैं। रूसी सरकारी मीडिया आरटी और सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स (SOHR) ने दावा किया है कि अल शरा के लड़ाके अस्पातलों में अत्याचार कर रहे हैं। एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें अल-शरा के समर्थक लड़ाके हिंसा करते नजर आ रहे हैं। ये लड़ाके अब सीरियाई सेना का हिस्सा हैं। वे एक अस्पताल में कर्मचारियों की हत्या करते दिखाई दे रहे हैं।
यह घटना स्वेदा नेशनल हॉस्पिटल के अंदर की बताई जा रही है। वीडियो में डॉक्टर और नर्स की ड्रेस पहने पुरुषों को बंदूक की नोक पर घुटनों के बल बैठाए हुए देखा गया है। ये हथियारबंद लड़ाकों, सैनिक हैं। SOHR ने अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है।
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क्या है इसकी वजह?
यह घटना स्वेदा शहर में ड्रूज सेनानियों और सुन्नी बेडौइन जनजातियों के बीच चल रही हिंसा के दौरान हुई है। यह संघर्ष जुलाई में शुरू हुआ था। SOHR और स्थानीय गवाहों के अनुसार, सरकारी सैनिक शुरुआत में शांति स्थापित करने के लिए स्वेदा पहुंचे थे लेकिन बाद में उन्होंने बेडौइन गुटों के साथ मिलकर ड्रूज मिलिशिया के खिलाफ मोर्चा ले लिया। स्वेदा शहर की आबादी 70,000 से अधिक है। स्वेदा, प्रांत का मुख्य प्रशासनिक केंद्र है। आसपास के कई ड्रूज गांव सरकार के कब्जे में होने के बावजूद शहर अब भी ड्रूज बलों के नियंत्रण में है।
ड्रूज नेता की अपील
ड्रूज समुदाय के आध्यात्मिक नेता शेख हिकमत अल-हिजरी ने इस हिंसा और अस्पताल में हुई घटनाओं की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि जो इस घटना के जिम्मेदार लोग हैं, उन्हें अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय में पेश किया जाए और नागरिकों की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक भेजे जाएं।
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कौन हैं अहमद अल-शरा?
अहमद अल-शरा का नाम कभी सीरिया में एक खतरनाक आतंकी नेता के रूप में जाना जाता था। वह कई सशस्त्र समूहों का हिस्सा रहे और विद्रोही गुटों के बीच उनका खास प्रभाव था। समय के साथ उन्होंने राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं दिखाईं और कई स्थानीय गुटों का समर्थन हासिल कर लिया। धीरे-धीरे वह एक ताकतवर नेता बनकर उभरे और अंत में राजनीतिक समझौतों और गठबंधनों के जरिए राष्ट्रपति पद तक पहुंच गए। हालांकि उनके अतीत पर आज भी सवाल उठते हैं।