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पहलगाम: क्या BSF ने किसानों को खेत खाली करने का आदेश दिया? सच जानिए

पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर कश्मीर से राजस्थान तक सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। पंजाब के किसानों से खेत खाली करने के लिए कहा गया है। पढ़ें रिपोर्ट।

Punjab Police

पंजाब-पाकिस्तान बॉर्डर के पास BSF के जवान। (Photo Credit: PTI)

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव बढ़ गया है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने पंजाब और राजस्थान की सीमा से लगे किसानों को 48 घंटे के भीतर फसल कटाई और खेत खाली करने के सख्त निर्देश जारी किया है। पंजाब के कई गुरुद्वारों से ऐसी अपील की गई है। इस दावे के साथ सोशल मीडिया पर खबर वायरल हो रही है। BSF ने अभी तक आधिकारिक तौर पर ऐसा कुछ नहीं कहा है।
 

अमृतसर, तरन तारन, फिरोजपुर और फाजिल्का जिलों के हजारों किसानों इस इलाके में खेती करते हैं। खेतों और अंतरराष्ट्रीय सीमा की दूरी करीब 530 किलोमीटर की है। अंतराष्ट्रीय सीमा के आसपास किसान, 45,000 एकड़ जमीन पर खेती करते हैं। दावा किया जा रहा है कि हजारों किसान इस फैसले से प्रभावित हो सकते हैं। पंजाब के सीमावर्ती गांवों के गुरुद्वारों से भी ऐसी ही अपील की जा रही है।

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क्या तर्क दिया जा रहा है?
दावा किया जा रहा है कि BSF के इस आदेश का मकसद सीमा पर निगरानी को मजबूत करना है। खेतों में लहलहाती फसलें, सेना की गश्ती में बाधा डाल सकती हैं, घुसपैठियों के छिपने के लिए नया ठिकाना बन सकती हैं। 

गुरुद्वारों से किया जा रहा अलर्ट
सीमावर्ती गांवों के गुरुद्वारों में लाउडस्पीकर के जरिए किसानों को चेतावनी दी गई है कि सीमा पर लगे गेट जल्द बंद हो सकते हैं, जिससे उनकी फसलों की कटाई अटक सकती है। 

क्या कह रहे हैं किसान?
किसानों का कहना है कि यह आदेश ऐसे वक्त में आया है जब फसलों की कटाई बारिश की वजह से पहले ही बाधित हुई है। ज्यादातर किसानों ने फसलों की कटाई तो कर ली है लेकिन पशुओं के चारे के लिए गेहूं की भूसी की कटाई नहीं की है। फिरोजपुर के किसानों का कहना है कि फसलों की कटाई वैसे तो 80 प्रतिशत तक हो चुकी है लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा सबसे अहम है। किसानों की चिंताएं हैं लेकिन BSF की भी चिंता जायज है। 

किसानों के बीच फैले भ्रम को लेकर अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने कहा है कि यह खबर अफवाह है। किसान, स्थानीय प्रशासन से पुष्टि करके ही ऐसे किसी फैसले पर काम करना शुरू करें। 

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किसानों की चिंता क्या है?
किसानों का कहना है कि भारत-पाक तनाव का सबसे ज्यादा नुकसान उन्हें उठाना पड़ता है, क्योंकि उनकी आजीविका सीमा की स्थिति पर निर्भर है। अगर स्थिति बिगड़ती है तो भविष्य में धान की बुआई भी प्रभावित हो सकती है। 

पंजाब पुलिस ने इस दावे पर क्या कहा है?
अमृतसर और फिरोजपुर पुलिस से इस दावे के संबंध में खबरगांव ने बात की। उन्होंने कहा कि हमें ऐसी कोई सूचना नहीं मिली है। सीमा पर हालात सामान्य हैं। बीएसएफ ने भी अभी तक औपचारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है।

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