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आंसू, बिछड़न और खीझ, अटारी पर पाकिस्तानियों की बेमन से वतन वापसी

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों को अपने घर लौटने को कहा है। पढ़ें रिपोर्ट।

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अटारी बॉर्डर पर पाकिस्तान जाती एक महिला। (Photo Credit: PTI)

आंखों में आंसू, बातचीत में खीझ भरा लहजा और अपनों से बिछड़ने का गम। अटारी बॉर्डर के रास्ते, अपने घर लौट रहे पाकिस्तानियों का हाल कुछ ऐसा ही है। कुछ हिंदुस्तानी बेटियां भी हैं, जिनकी शादी पाकिस्तान में हुई है, वे भी बेमन से पाकिस्तान जा रहे हैं। उन्हें पता है कि अब जब तक संबंध सामान्य नहीं हो जाते, भारत लौटना मुमकिन नहीं है। संबंध कब तक सामान्य होंगे, इसके बारे में कोई अनुमान भी नहीं लगा सकता है। भारत से अब तक 627 पाकिस्तानी नागरिक अपने देश पाकिस्तान लौट चुके हैं। गुरुवार से ही उनके लौटने का सिलसिला जारी है।

अटारी बाघा बॉर्डर पॉइंट के जरिए वे अपने-अपने घर लौट रहे हैं। अल्पकालिक वीजा धारकों को पाकिस्तान लौटना पड़ रहा है। उन्हें वतन वापसी के लिए रविवार तक का समय दिया गया है। 1 मई के बाद यह समय सीमा खत्म हो जाएगी। अटारी बॉर्डर पर इन दिनों भावुक करने वाले नजारे दिख रहे हैं। पाकिस्तानी, अपने रिश्तेदारों से बिछड़ रहे हैं, उनकी आंखों में आंसू हैं। लोग देश के अलग-अलग हिस्सों से अटारी बॉर्डर पहुंच रहे हैं।

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भारत ने कहा- देश छोड़ दें पाकिस्तानी
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानियों को भारत छोड़ने के लिए कहा था। पाकिस्तान और भारत में आपसी रंजिश के बाद भी शादियां होती हैं। दोनों देशों से लोग, अस्थाई वीजा पर आते-जाते हैं। कुछ लोग पाकिस्तान से भारत शादियों और पारिवारिक कार्यक्रमों में शामिल होने आए थे, उन्हें तय अवधि से बहुत पहले लौटने पर मजबूर होना पड़ा है।

अटारी बॉर्डर। (Photo Credit: PTI)

पाकिस्तान से लौट रहे हिंदुस्तानी
 756 भारतीय नागरिक भी पाकिस्तान से लौटे हैं। इनमें 14 राजनयिक और अधिकारी शामिल हैं। वाघा बॉर्डर के रास्ते वे भारत लौटे हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक संबंध लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। 


दो देशों के तल्ख रिश्ते, काम छोड़ लौट रहे लोग
अटारी-वाघा सीमा चौकी पर लगातार चौथे दिन भारतीय और पाकिस्तानी नागरिकों को अपने-अपने देश लौटना पड़ा। रविवार को 237 पाकिस्तानी नागरिक अपने देश लौटे, जबकि 115 भारतीय नागरिक पाकिस्तान से भारत आए। 24 अप्रैल को 115 भारतीयों ने पाकिस्तान छोड़ा, जबकि 28 पाकिस्तानी भारत से गए। 25 अप्रैल को 287 पाकिस्तानी और 191 भारतीय अपने-अपने देश लौटे। शनिवार को 75 पाकिस्तानी नागरिक भारत से पाकिस्तान गए, और 335 भारतीय नागरिक वापस लौटे। 

गम, फिक्र और आंसू, अपनों से बिछड़ने की आपबीती
अटारी बॉर्डर पर एक महिला ऑटो रिक्शा में पहुंची। वह मीडियाकर्मियों को देखते ही रो पड़ी। 28 साल पहले, पाकिस्तान में उसने शादी की थी। 5 साल बाद वह शुक्रवार को प्रयागराज पहुंची थी। उन्हें देश छोड़ने का आदेश दिया गया तो आनन-फानन में भागना पड़ा। उन्होंने कहा, 'मुझे अपने परिवार से ठीक से मिलने की इजाजत तक नहीं दी गई। मैं अपनी मां की कब्र पर शोक भी नहीं मना सकी। इन पांच सालों में मेरे भाई और भतीजे का भी निधन हो गया।'

अटारी बॉर्डर। (Photo Credit: PTI)

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हिंदुस्तानी दुलहन, जिसे लौटना पड़ा पाकिस्तान
पाकिस्तान के गुजरांवाला में मारिया रहती हैं। उनकी शादी 8 जुलाई 2024 को गुरदासपुर के सथियाली गांव के सोनू मसीह से हुई। उन्हें अब गुरदासपुर पुलिस ने देश छोड़ने का आदेश दिया है, क्योंकि उन्हें लंबी अवधि का वीजा नहीं मिला है। वह सात महीने की गर्भवती हैं।

मारिया के पति मसीह ने कहा, 'हमें बिना गलती के सजा दी जा रही है। उसे भारत लाने के लिए हमने बहुत परेशानियां झेलीं। शादी के बाद हमने तुरंत लंबे समय के वीजा के लिए आवेदन किया लेकिन उसे मंजूरी ही नहीं मिली।' 

मारिया ने कहा, 'मैं लव मैरिज की थी। शादी से पहले हमने 6 साल तक फोन पर बात की। लंबे इंतजार के बाद हम मिले। मैं अपने पति को छोड़कर मैं पाकिस्तान जाना नहीं चाहती हूं।'

अटारी बॉर्डर पर पाकिस्तान लौटता परिवार। (Photo Credit: PTI)


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भारत सरकार का आदेश क्या है?
भारत सरकार ने 22 अप्रैल को बैसरन घाटी में 26 लोगों की हत्या के बाद कई सुरक्षात्मक कदम उठाए थे। भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का नोटिस जारी किया था। सार्क वीजा धारकों के लिए भारत छोड़ने की समय सीमा 26 अप्रैल थी, जबकि मेडिकल वीजा धारकों के लिए यह 29 अप्रैल है।  जिन 12 श्रेणियों के वीजा धारकों को रविवार तक भारत छोड़ना था, उनमें वीजा ऑन अराइवल, बिजनेस, फिल्म, पत्रकार, ट्रांजिट, कॉन्फ्रेंस, पर्वतारोहण, छात्र, विजिटर, ग्रुप टूरिस्ट और तीर्थयात्री शामिल हैं। 


अटारी बॉर्डर। (Photo Credit: PTI)

पर्सोना नॉन ग्राटा क्या है?
दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के सेना, नौसेना और वायु सेना के सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया गया है। अंग्रेजी में इस टर्म को पर्सोना नॉन ग्राटा कहते हैं। उन्हें एक सप्ताह के भीतर देश छोड़कर जाना होगा। 

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