जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने उन इलाकों का दौरा किया है, जहां पाकिस्तान ने मोर्टार और मिसाइल हमले किए हैं। सीएम अब्दुल्ला ने कहा है कि इस जंग की शुरुआत भारत ने नहीं की है, पाकिस्तान ने ऐसा करने पर मजबूर किया है। उन्होंने कहा है कि अगर पाकिस्तान भारत पर हमला करेगा तो घाटा उसी का होगा, तबाही वहीं मचेगी। भारत के पास मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम है, जो भारत की हिफाजत कर लेगा।
सीएम अब्दुल्ला ने कहा कि पाकिस्तान ने ड्रोन का इस्तेमाल करके नागरिकों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेनाओं ने इन ड्रोनों को मार गिराया। अनंतनाग में एक हथियार डिपो पर भी हमले की कोशिश हुई, जो नाकाम रही।
'निर्दोष लोगों की पाकिस्तान ने हत्या की है'
उमर अब्दुल्ला ने कहा, 'पहलगाम में निर्दोष लोगों की हत्या के बाद भारत को जवाब देना पड़ा। पाकिस्तान तनाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, जो उनके लिए फायदेमंद नहीं होगा। इसके बजाय, पाकिस्तान को हथियार छोड़कर शांति की दिशा में बढ़ना चाहिए।'
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'आम नागरिकों पर गोलियां बरसा रहा पाकिस्तान'
सीएम अब्दुल्ला ने कहा, 'आम नागरिकों को निशाना बनाने की कोशिश की जा रही है। साल 1971 की जंग के बाद मुझे नहीं लगता कि कभी सिविलियन इलाकों को निशाना बनाने की कोशिश की गई। उन्होंने जम्मू में आम नागरिकों पर गोलियां बरसाई हैं, कई सारे इलाकों को निशाना बनाने की कोशिश की गई है।'
'जंग के हालात हमने नहीं, पाकिस्तान ने बनाए'
सीएम अब्दुल्ला ने कहा है कि आम नागरिकों को मारने की कोशिश की गई है। कश्मीर उन्होंने अनंतनाग में शस्त्रागार नष्ट करने की कोशिश की। वे नाकाम रहे। अब ये हालात हमने नहीं बनाए हैं। पहलगाम में हमारे लोगों को मारा गया। हमें जवाब देना पड़ा। पाकिस्तान इस तनाव को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है, उन्हें कामयाबी नहीं मिलेगी। पाकिस्तान ने कल रात 9 बजे से लेकर सुबह 4 बजे तक हमला किया है। युद्ध बढ़ाओगे तो नुकसान होगा, अक्लमंदी से तनाव कम करने पर ध्यान दें।'
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भारत में जंग के बीच क्या हो रहा है?
भारत और पाकिस्तान के बीच जंग जैसे हालात हैं। भारत की सीमा से सटे राज्यों और एयरपोर्ट की मौजूदा स्थिति की बारे में समीक्षा की। अमित शाह ने सीमा पर सुरक्षा संबंधी स्थिति की समीक्षा करने के अलावा देशभर के हवाई अड्डों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए उठाए गए कदमों का भी जायजा लिया। अमित शाह के साथ बैठक में केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका और बीएसएफ, सीआईएसएफ एवं नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो के महानिदेशक शामिल हुए।