क्या भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध शुरू हो गया है? सवाल इसलिए क्योंकि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाकर पाकिस्तान और Pok में बने 9 आतंकी ठिकानों को उड़ा दिया तो बौखलाई पाकिस्तानी ने भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की। भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना की तरफ से आए ड्रोन और मिसाइलों को हवा में ही मार गिराया।
8 मई की रात से जिस तरह से भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी चल रही है, उससे तो लग रहा है कि दोनों के बीच जंग छिड़ गई है। मगर अब तक न तो भारत और न ही पाकिस्तान, किसी ने भी जंग का औपचारिक ऐलान नहीं किया है।
नियम कहते हैं कि कोई भी देश किसी भी देश के खिलाफ बिना चेतावनी दिए जंग शुरू नहीं कर सकता। दुनिया में कोई भी जंग शुरू होती है तो पहले उसका ऐलान जरूर किया जाता है।
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क्या युद्ध का ऐलान करना जरूरी है?
1907 के हेग कन्वेंशन के मुताबिक, अगर कोई देश किसी देश के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करता है तो उसे युद्ध की घोषणा करनी होगी या अल्टीमेटम देना होगा। ऐसा इसलिए ताकि तैयारी के लिए दोनों को बराबर मौका मिल सके।
हालांकि, आज के समय में यह मायने नहीं रखता। संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 2(3) के तहत, सभी सदस्य देशों को 'सशस्त्र संघर्ष' शुरू करने से बचना चाहिए। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र चार्टर का अनुच्छेद 51 देशों को आत्मरक्षा में सशस्त्र संघर्ष शुरू करने की इजाजत देता है।
यही कारण है कि आजकल देश किसी के खिलाफ 'युद्ध का ऐलान' करने की बजाय इसे 'आत्मरक्षा' या 'सीमित सैन्य कार्रवाई' बताते हैं। फरवरी 2022 में जब रूस ने यूक्रेन के खिलाफ जंग शुरू की थी तो इसे 'विशेष सैन्य अभियान' बताया था।
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भारत-पाकिस्तान में युद्ध शुरू हो गया?
भारत और पाकिस्तान ने अब तक 4 जंग लड़ी है और कभी भी युद्ध का औपचारिक ऐलान नहीं किया गया। हालांकि, हर बार जंग की शुरुआत पाकिस्तान की तरफ से ही की गई और भारत ने सिर्फ जवाब दिया।
इस बार भी भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर इसलिए हमला किया, क्योंकि 22 अप्रैल को आतंकियों ने पहलगाम के बैसरन घाटी में 26 लोगों की हत्या कर दी थी। भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने साफ कहा था कि यह हमला इसलिए किया गया, ताकि आतंक की रीढ़ तोड़ी जा सके। उन्होंने यह भी साफ किया था कि किसी सैन्य या नागरिक ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया था।
हालांकि, पाकिस्तान की सेना ने इसके बाद LoC पर फायरिंग तेज कर दी और मोर्टार भी दागने शुरू कर दिए। 8-9 मई की रात को पाकिस्तान की सेना ड्रोन और कई हथियारों से भारत के सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश भी की, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया।
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कब माना जाएगा कि युद्ध शुरू हो गया?
अभी भारत या पाकिस्तान में से किसी ने भी जंग का ऐलान नहीं किया है। हालांकि, युद्ध की औपचारिक शुरुआत तब माना जा सकता है, जब देश में इमरजेंसी का ऐलान कर दिया जाए।
संविधान के अनुच्छेद 352 के तहत युद्ध की स्थिति में इमरजेंसी लागू की जा सकती है। इमरजेंसी का ऐलान राष्ट्रपति करते हैं। हालांकि, राष्ट्रपति भी प्रधानमंत्री और केंद्रीय कैबिनेट की सलाह पर काम करते हैं। किसी के साथ युद्ध करना है या नहीं, इसका फैसला केंद्रीय कैबिनेट करती है। कैबिनेट की सलाह पर राष्ट्रपति इमरजेंसी का ऐलान करते हैं।
शुरुआत में इमरजेंसी को 6 महीने के लिए लागू किया जा सकता है। अगर युद्ध पहले खत्म हो गया तो इमरजेंसी हटाई भी जा सकती है। अगर युद्ध लंबा खींचता है तो इसे बढ़ाया जा सकता है। अगर देश में इमरजेंसी लग गई है तो इसे युद्ध की औपचारिक शुरुआत माना जा सकता है।