मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कांग्रेस बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रम्प के 'फोन कॉल' की अलग ढंग कहानी सुनाकर राहुल गांधी बुरी तरह से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के निशाने पर आ गए हैं। सुधांशु त्रिवेदी, संबित पात्रा से लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव तक राहुल गांधी को राजनीतिक तौर पर 'अपरिपक्व' बता रहे हैं और माफी मांगने की बात कह रहे हैं। सीएम मोहन यादव ने कहा है कि राहुल गांधी का बयान, देश से संस्कारों का अपमान है, जिसे मध्य प्रदेश की जनता स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों का कांग्रेस के साथ मोहभंग भी इसी वजह से हो रहा है।
सीएम मोहन यादव ने यह भी कहा है कि राहुल गांधी के अपरिपक्व बयानों की वजह से लोग उनका मजाक उड़ाते हैं। राहुल गांधी ने मंगलवार को इंदिरा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण किया। इस दौरान उन्होंने पांव से अपना जूता नहीं उतारा और फूल फेंककर अर्पित किया। सीएम मोहन यादव ने राहुल गांधी के श्रद्धांजलि अर्पित करने के तरीके पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि वह अपनी दादी के चित्र पर जूता पहनकर माल्यार्पण करते हैं, यह उनकी बुद्धिमत्ता को दिखाता है। वह राजनीतिक तौर पर अभी अपरिपक्व हैं।
'देश के संस्कारों के विरुद्ध है राहुल गांधी का वक्तव्य'
सीएम मोहन यादव ने कहा, 'बड़े दुर्भाग्य से कहना पड़ रहा है कि नेता प्रतिपक्ष मर्यादा छोड़ कर जिस भाव से बोलते हैं, वह न केवल उनकी इज्जत खराब करता है, बल्कि देश के संस्कार के विरुद्ध भी है। जिस तरह वह अपनी दादी की छवि पर जूते पहनकर फूल फेंककर जाते हैं, उसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में शब्द बोलते हैं। वह जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रम्प के बारे में शब्द कहे हैं, मैं उसकी निंदा करता हूं।'
'यही वजह है कि लोग उन्हें पप्पू कहते हैं'
मोहन यादव ने कहा, 'पीएम मोदी के नेतृत्व को देश ने देखा है। उनके नेतृत्व में सेना ने पाकिस्तान की हालक खराब की है, उन्हीं के दल के सांसद दुनिया में जाकर यह बात कह रहे हैं। वह बहुत नादान तरीके से बात करते हैं। नेता प्रतिपक्ष की एक गरिमा होती है, इतने बड़े नेता व्यक्तित्व के सामने जिस भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, मन में निराशा हो हो रही है, यह हमारे प्रदेश की भाषा नहीं है, हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। राहुल गांधी को देश से और प्रधानमंत्री से माफी मांगनी चाहिए।'
मोहन यादव, मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश:-
ऐसी बातों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। आपके जरिए मैं अपील करूंगा कि उन्हें माफी मांगनी चाहिए। इसलिए ही तो लोग उन्हें पप्पू कहते हैं। उनके व्यवहार के लिए। उनका भाव बताता है कि वह परिपक्व नहीं हैं। वैसे ही उनके साथ वाले हैं, जो उनकी बात पर ताली बजाते हैं। कांग्रेस को इसकी कीमत चुकानी होगी।'
'नहीं जम पाएगी कांग्रेस की जडें, भारतीय संस्कार से खिलवाड़'
सीएम मोहन यादव ने कहा, 'कांग्रेस की जड़ें जमाने राहुल गांधी आए थे। कांग्रेस की ताकत बढ़ाने और संगठन सृजन से पहले वह बुद्धि का सृजन कर लें तो बात बन जाएगी। अभी यह बात किस तरह से वह बताएंगे कि उनके भारतीय जड़ों से जुड़े संस्कार कैसे हैं। अपने से बड़ों को पुष्पांजलि देते हैं तो जूते उतारते हैं, फूल नहीं फेकते हैं, अर्पित करते हैं। उसी तरह भाषा पर भी नियंत्रण रखना पड़ता है। जनता इसलिए ही तो कांग्रेस को पसंद नहीं करती है। कांग्रेस को कहां ले जाकर खड़ा करेंगे, यह उनका मामला है लेकिन मैं राहुल गांधी की आलोचना करता हूं। उनको तत्काल माफी मांगनी चाहिए।'
बीजेपी नेताओं ने भी राहुल गांधी पर निकाला गुस्सा
बीजेपी प्रवक्ता और सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, 'जो व्यक्ति 4 जून को ठीक साल भर पहले, तीन अंक भी न छू पाने को अपनी जीत बता रहा हो और प्रचंड बहुमत से दोबारा पीएम मोदी के चुनकर आने को बीजेपी की हार बता रहा हो, उसकी बुद्धिमत्ता कैसी है, इसे बताने की जरूरत नहीं है। मैं कांग्रेस पार्टी से सवाल करना चाहता हूं कि सरेंडर शब्द का इस्तेमाल करके क्या राहुल गांधी ने सेना का अपमान नहीं किया है। उन्होंने तो इस शब्द का इस्तेमाल किया है, जिसे पाकिस्तान की सेना, आतंकी, मसूद अजहर और हाफिज सईद तक इस्तेमाल नहीं करते।'
सुधांशु त्रिवेदी, बीजेपी सांसद:-
नया मुल्ला ज्यादा प्याज खाता है। लेकिन यहां गैर मुल्ला इस कदर प्याज खाने में लगा है कि उसे यह तक नहीं अहसास नहीं है कि वह किस हद तक देश का और सेना के पराक्रम का अपमान कर रहा है।'
पवन खेड़ा, कांग्रेस:-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सच्चाई है यह है कि नाम नरेंदर, काम सरेंडर। उनके संगठन का कायर इतिहास रहा है। ऐसे लोगों को नेतृत्व सौंपने का मतलब है कि देश के भविष्य को खतरे में झोंक देना। 22 दिनों से डोनाल्ड ट्रम्प कह रहे हैं कि उन्होंने ट्रेड वार की धमकी देकर जंग रोक दी। क्या इस पर प्रधानमंत्री ने कभी कुछ कहा है।