नागपुर तीर्थ, संघ अक्षय वट, RSS मुख्यालय में बोले PM नरेंद्र मोदी
राजनीति
• NAGPUR 30 Mar 2025, (अपडेटेड 30 Mar 2025, 1:27 PM IST)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संघ को सांस्कृति का अक्षय वट बताया है। उन्होंने कहा कि भारत की चेतना खत्म नहीं हुई है। पढ़ें उनकी पूरी स्पीच।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। (Photo Credit: BJP/X)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नागपुर स्थित मुख्यालय केशव कुंज पहुंचे। उन्होंने संघ के संस्थापक केशव बलिराम हेडगवार की मूर्ति पर फूल चढ़ाए और श्रद्धांजलि दी। पीएम ने मुख्यालय में ही माधव नेत्रालय के एक एक्सटेंशन की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी और संघ प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सेवा के इस पवित्र तीर्थ नागपुर में आज हम एक पून्य संकल्प के सेवा विस्तार के साक्षी बन रहे हैं। हमने माधव नेत्रालय के कुल गीत में सुना, अध्यात्म, ज्ञान, गौरव गुरुता का ये अद्भुत विद्यालय है, मानवतारत है ये सेवा मंदिर कण कण में देवालय है। माधव नेत्रालय एक ऐसा संस्थान है जो अनेक दशकों से लाखों लोगों की सेवा कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भीम राव अंबेडकर का जिक्र करते हुए कहा, 'अगले ही महीने संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी की जयंती भी है। आज मैं दीक्षाभूमि पर बाबा साहेब को नमन किया है और उनका आशीर्वाद भी लिया है। मैं इन विभूतियों को नमन करते हुए देशवासियों को नवरात्रि और सभी पर्वों की बहुत-बहुत बधाई देता हूं।'
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प्रधानमंत्री के भाषण की अहम बातें-
'भारत की चेतना मिटाने की हुई कोशिशें, विचारधारा जिंदा रहा'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'हम अपने देश का इतिहास देखें तो सैकड़ों वर्षों की गुलामी, इतने आक्रमण, भारत की सामाजिक संरचना को मिटाने की इतनी क्रूर कोशिशें लेकिन भारत की चेतना कभी समाप्त नहीं हुई, उसकी लौ जलती रही। कठिन से कठिन दौर में भी भारत में चेतना को जागृत रखने वाले नए-नए सामाजिक आंदोलन होते रहे। भक्ति आंदोलन का उदाहरण हम सभी को पता है। मध्यकाल के उस कठिन कालखंड में हमारे संतों ने भक्ति के विचारों से हमारी राष्ट्रीय चेतना को नई ऊर्जा दी।'
'संघ अमर संस्कृति का अक्षय वट'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत की अमर संस्कृति का आधुनिक अक्षय वट है। ये अक्षय वट आज भारतीय संस्कृति को। हमारे राष्ट्र की चेतना को निरंतर ऊर्जावान बना रहा है।'

'स्वंयसेवक की प्राणवायु है सेवा'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हमारा शरीर परोपकार के लिए ही है, सेवा के लिए ही है और जब ये सेवा संस्कारों में आ जाती है तो सेवा ही साधना बन जाती है। यही साधना तो हरेक स्वयंसेवक की प्राणवायु होती है। ये सेवा संस्कार, ये साधना, ये प्राणवायु, पीढ़ी दर पीढ़ी हर स्वयंसेवक को तप-तपस्या के लिए प्रेरित कर रही है। ये सेवा साधना हर स्वयंसेवक को निरंतर गतिमान रखती है, ये कभी थकने और रुकने नहीं देती है।'
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'संघ के सेवक राम से सीखते हैं मंत्र'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'हम देव से देश और राम से राग के जीवन मंत्र लेकर चले हैं। अपना कर्तव्य निभाते चलते हैं। इसलिए बड़ा छोटा कैसा भी काम हो, कोई भी क्षेत्र हो संघ के स्वयंसेवक नि:स्वार्थ भाव से काम करते हैं।'
'राष्ट्र प्रथम, अहम नहीं'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'जब प्रयासों के दौरान मैं नहीं हम का ध्यान होता है, जब राष्ट्र प्रथम की भावना सर्वोपरि होती है, जब नीतियों में, निर्णयों में देश के लोगों का हित ही सबसे बड़ा होता है तो सर्वत्र उसका प्रभाव भी नजर आता है। आज हम देख रहे हैं कि भारत कैसे गुलामी की मानसिकता को तोड़ कर आगे बढ़ रहा है।'
'भारत हर आपदा में दुनिया के साथ'
पीएम मोदी ने कहा, 'दुनिया में कहीं भी प्राकृतिक आपदा हो, भारत पूरे मनोयोग से सेवा के लिए खड़ा होता है। म्यांमार में इतना बड़ा भूकंप आया है। भारत ऑपरेशन ब्रह्मा के साथ वहां के लोगों की मदद के लिए सबसे पहले पहुंच गया है। जब तुर्किए में भूकंप आया, जब नेपाल में भूकंप आया, जब मॉलदीव्स में पानी का संकट आया... भारत ने मदद करने में घड़ी भर की भी देर नहीं लगाई। युद्ध जैसे हालातों में हम दूसरे देशों के नागरिकों को भी सुरक्षित निकालकर लाते हैं। दुनिया देख रही है भारत आज जब प्रगति कर रहा है, तो पूरे ग्लोबल साउथ की आवाज़ भी बन रहा है। विश्व-बंधु की ये भावना। हमारे ही संस्कारों का विस्तार है।

'भारत के युवा हमारी पूंजी'
पीएम मोदी ने कहा, 'आज भारत की सबसे बड़ी पूंजी हमारा युवा है। आज भारत का युवा विश्वास से भरा हुआ है। राष्ट्र निर्माण की भावना से ओत-प्रोत हमारे युवा आगे बढ़े चले जा रहे हैं। यही युवा 2047 के विकसित भारत के लक्ष्य की ध्वजा थामे हुए हैं।'
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'नागरिकों को बेहतर इलाज, हमारी प्राथमिकता'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'देश के सभी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें, ये हमारी प्राथमिकता है। आयुष्मान भारत के कारण आज करोड़ों लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है। हजारों जन-औषधि केंद्र देश के गरीबों को, मध्यम वर्गीय परिवारों को सस्ती दवाएं दे रहे हैं। इससे देशवासियों के हजारों करोड़ रुपए बच रहे हैं। बीते 10 साल में गांवों में लाखों आयुष्मान आरोग्य मंदिर बने हैं, जहां लोगों को प्राथमिक इलाज मिल रहा है।'
नवरात्रि पर अहम संदेश
पीएम मोदी ने कहा, 'राष्ट्र यज्ञ के इस पावन अनुष्ठान में मुझे आज यहां आने का सौभाग्य मिला है। आज चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का ये दिन बहुत विशेष है। आज से नवरात्रि का पवित्र पर्व शुरू हो रहा है। देश के अलग अलग कोनों में आज गुड़ी पड़वा, उगादी और नवरेह त्योहार भी मनाया जा रहा है। आज भगवान झूलेलाल जी और गुरु अंगद देव जी का अवतरण दिवस भी है। ये हमारे प्रेरणापुंज परम पूज्यनीय डॉ साहब की जयंती का भी अवसर है। इसी साल आरएसएस की गौरवशाली यात्रा का 100 वर्ष भी पूरे हो रहे हैं। आज इस अवसर पर मुझे स्मृति मंदिर जाकर पूज्य डॉ. साहब और पूज्य गुरुजी को श्रद्धांजिल अर्पित करने का सौभाग्य मिला है।'
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