विपक्ष के विवादित बयानों को कैसे भुनाती है BJP? चुनावी नतीजों से समझिए
चुनाव
• PATNA 30 Aug 2025, (अपडेटेड 30 Aug 2025, 11:00 AM IST)
कांग्रेस ने जब-जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निजी हमले किए हैं, सहानुभूति बटोरने में बीजेपी कामयाब रही है। 2014 से अब तक, कांग्रेस को हर मोर्चे पर करारी शिकस्त मिली है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। (Photo Credit: BJP/X)
इंडिया गठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मां की गाली दी गई है। कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल की अगुवाई में चल रही इस रैली में प्रधानमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां की गईं, उन्हें मां की गालियां दी गईं। कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के दलों ने जहां इस पर चुप्पी साधी है, वहीं भारतीय जनता पार्टी, दोनों सहयोगी दलों को गालीबाज बता रही है।
भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस के इन आरोपों का रणनीतिक जवाब देने में माहिर है। चुनाव दर चुनाव यह साबित हो चुका है कि कैसे कांग्रेस अपने आरोपों और बयानों पर घिर जाती है और बीजेपी, कांग्रेस की तल्ख टिप्पणियों को अपने फायदे के लिए भुना लेती है। भारतीय जनता पार्टी ने कई बार विपक्ष की गालियों और निगेटिव कैंपेन को अपने पक्ष में मोड़कर सियासी फायदा उठाया है।
कैसे, आइए समझते हैं-
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2019 लोकसभा चुनाव: चौकीदार चोर है
गाली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब देश का पद संभाला तो खुद को देश का चौकीदार कहा। उन्होंने कहा था वह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में चौकीदार की तरह खड़े हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने फ्रांस की रक्षा कंपनी दसॉ एविएशन के साथ राफेल फाइटर जेट समझौते में धांधली का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस डील में कई अनियमितताएं हुई हैं। उन्होने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए नारा दिया, 'चौकीदार चोर है।'
रणनीति: BJP ने इस नारे के जवाब 'मैं भी चौकीदार' कैंपेन शुरू किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल का नाम बदलकर 'चौकीदार नरेंद्र मोदी' किया। BJP के कई नेताओं, मंत्रियों और समर्थकों ने भी अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल में 'चौकीदार' शब्द जोड़ दिया। सोशल मीडिया पर चौकीदारों की बाढ़ आ गई।
असर: बीजेपी ने अपनी छवि भ्रष्टाचार से लड़ रही पार्टी के तौर पर गढ़ ली। बीजेपी नेता खुद को भ्रष्टाचार और सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ने वाला चौकीदार बता दिया। पीएम मोदी ने चौकीदारों के साथ बात शुरू की, इसे जन आंदोलन का नाम दे दिया। बीजेपी ने चौकीदार को 'चोर' कहने के नैरेटिव को जनता तक पहुंचाया। जनता में सहानुभूति पैदा हुई। उत्तरी राज्यों में पीएम मोदी की बेदाग छवि पर हमले की तरह इसे पेश किया गया।
नतीजा: 2019 के लोकसभा चुनाव में BJP ने 303 सीटें जीतीं। 2014 के विधानसभा चुनावों से भी बेहतर नतीजे आए। कांग्रेस को सिर्फ 52 सीटें मिलीं। राहुल गांधी को कोर्ट में माफी भी मांगनी पड़ी
राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट में 'चौकीदार चोर है' नारे पर माफी मांगनी पड़ी। वजह यह थी कि उन्होंने यह कह दिया था कि सुप्रीम कोर्ट ने भी मान लिया है कि चौकीदार चोर है। कोर्ट ने इस पर उन्हें तलब किया, राहुल गांधी को माफी मांगनी पड़ी। बीजेपी ने इसे अपनी जीत के तौर पर पेश किया।
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पीएम पर कब-कब हुई आपत्तिजनक बयानबाजी?
साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान की कांग्रेस नेताओं ने पीएम मोदी को नकली ओबीसी बताया और कहा कि वह व्यापक तौर पर संविधान संशोधन करने वाले हैं, आरक्षण खत्म करने की तैयारी में हैं। उन्हें विपक्ष ने हिटल बताया। तानाशाही रवैया अख्तियार करने के आरोप लगे। तेजस्वी यादव खुद 2020 के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आत्ममुग्ध तानाशाह बता चुके हैं। किसान आंदोलन और CAA विरोध प्रदर्शन के दौरान भी पीएम पर ऐसे ही आरोप लगाए गए।
पश्चिम बंगाल में साल 2021 में ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को अंग्रेजों से भी खतरनाक बताया। जो बीजेपी दहाई से भी कम अंकों पर बिहार विधानसभा में थी, 80 से ज्यादा विधानसभा सीटें आईं। राहुल गांधी ने पीएम मोदी को फेकू, गप्पू और सूट-बूट की सरकार जैसे टर्म दिए। 2024 के चुनाव में गौतम अदाणी और अंबानी से जोड़कर उन पर टिप्पणियां की गईं। ज्यादातर चुनावों में विपक्ष के नारों से असहज बीजेपी, सहानुभूति बटोरने में कामयाब रही। ज्यादार चुनावों में बीजेपी को जीत मिली।
गालियां,कैसे बनती हैं BJP के लिए सहानुभूति
बीजेपी गालियों को सहानुभूति में बदलने में माहिर है। गुजरात चुनावों के दौरान मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नीच बता दिया था। 2014 के चुनाव में उन्होंने पीएम मोदी को चाय बेचने वाला बता दिया था। बीजेपी ने चाय पर चर्चा शुरू कर दिया। चुनावी नतीजे बीजेपी के पक्ष में रहे। गुजरात चुनावों के आसपास मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी की नीच प्रधानमंत्री बनाया। 182 सीटों में बीजेपी 99 सीटें जीतने में कामयाब हुई। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने पीएम मोदी को गंगू तेली बता दिया था।
गुजरात में 2022 में विधानसभा चुनाव हो रहे थे। चुनावों में मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री को रावण बता दिया था। नतीजे जब आए तो बीजेपी ने 156 सीटें हासिल की, कांग्रेस 17 पर सिमट गई। 2023 के विधानसभा चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को जहरीला सांप बताया। बीजेपी सहानुभूति वोट जुटाने में कामयाब हुई, हालांकि कर्नाटक में नतीजे बीजेपी के पक्ष में नहीं आए।
अब बिहार में क्या हो रहा है?
बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चुनाव आयोग को कांग्रेस कोस रही है। पीएम मोदी को वोटर चोर बताया जा रहा है। आरजेडी और कांग्रेस की वोटर अधिकार यात्रा में प्रधानमंत्री को गालियां दी गई हैं। विपक्ष का दावा है कि BJP और चुनाव आयोग की मिलीभगत से मतदाता सूची में हेरफेर की जा रही है।
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बीजेपी की रणनीति क्या है?
बीजेपी ने इन आरोपों को काल्पनिक और निराधार बताया है। बीजेपी ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताकर खारिज कर दिया है। बीजेपी नेताओं ने कहा है कि यह देश के जनादेश का अपमान है। राहुल गांधी, देश के जनादेश का अपमान कर रहे हैं। बीजेपी ने कहा है कि विपक्ष संवैधानिक संस्थाओं और पदों को बदनाम कर रहा है। बीजेपी का तर्क है कि कांग्रेस और विपक्ष के इन्हीं बयानों की वजह से पाकिस्तान में मिठाइयां बांटी जाती हैं, लोगों का संवैधानिक संस्थाओं पर भरोसा कम हो रहा है। बीजेपी का कहना है कि विपक्ष अब देश को अराजकता की ओर ले जा रहा है।
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