• UNALASKA 16 Aug 2025, (अपडेटेड 16 Aug 2025, 7:46 AM IST)
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में लंबी बातचीत हुई। यूक्रेन के लिए राहत की कोई खबर नहीं है, संघर्ष विराम समझौते पर बात नहीं बन पाई है।
अलास्का में व्लादिमीर पुतिन के स्वागत के लिए ट्रम्प ने बिछवाई कालीन। (Photo Credit: White House)
24 फरवरी 2022 से ही जंग की आग में सुलग रहे यूक्रेन के लिए डोनाल्ड ट्रम्प के वादे एक बार फिर खोखले साबित हुए हैं। अलास्का में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ हुई उनकी बातचीत एक बार फिर बेनतीजा रही है। संघर्ष विराम समझौते के लिए व्लादिमीर पुतिन तैयार नहीं हुए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने धमकाने के अंदाज में कहा था कि अगर व्लादिमीर पुतिन बातचीत नहीं करते हैं तो परिणाम गंभीर होंगे लेकिन अब उन्हें अपनी यह बात तक वापस लेनी पड़ी है। व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर यह दिखाया है कि वह अमेरिका के आगे, उसकी शर्तों के हिसाब से अपने फैसले नहीं लेंगे।
न तो पुतिन ने, न ही ट्रम्प ने मीडिया से कोई बातचीत की। दोनों नेताओं ने सिर्फ अपने-अपने पक्ष रखे हैं। दोनों ने कहा है कि बातचीत सकारात्मक रही है। सकारात्मक बातचीत का नतीजा बस इतना ही निकला है कि यूक्रेन के खिलाफ जारी हमलों से अभी रूस पीछे हटने वाला नहीं है। दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच करीब ढाई घंटे तक बातचीत हुई। दोनों ने मीडिया के सामने अपने पक्ष रखे लेकिन सवालों का जवाब नहीं दिया।
डोनाल्ड ट्रम्प, राष्ट्रपति, अमेरिका:- जब तक डील हो नहीं जाती है, तब तक कोई डील नहीं होती।
कोई डील तब तक नहीं, जब तक डील न हो
डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उन्होंने और उनके समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के बीच बातचीत आगे बढ़ी है, कई बिंदुओं पर सहमति बनी है लेकिन कोई डील तब तक डील नहीं है, जब तक डील न हो। उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और नाटो नेताओं से बात करने की योजना बताई है, जिससे भविष्य में रणनीति पर चर्चा हो सके। उन्होंने कहा कि अब यह जेलेंस्की पर निर्भर है कि वह इसे पूरा करें।
अलास्का में ट्रम्प और पुतिन की मुलाकात। (Photo Credit: White House)
पुतिन ने क्या मांग की है?
व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन में युद्ध को खत्म करने के लिए पहले मूल वजहों को खत्म करना होगा, जिसमें रूस की सुरक्षा चिंताएं शामिल हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि अगर 2022 में ट्रम्प राष्ट्रपति होते तो यूक्रेन में युद्ध टाला जा सकता था। व्लादिमीर पुतिन ने अगली मुलाकात मॉस्को में करने की मांग की, जिस पर ट्रम्प ने कहा कि यह विवादास्पद हो सकता है, लेकिन उन्होंने इसे पूरी तरह खारिज नहीं किया।
ट्रम्प पर भारी पड़े पुतिन?
विश्लेषकों के मुताबिक, इस मुलाकात से पुतिन को कई मायनों में फायदा हुआ। व्लादिमीर पुतिन का डोनाल्ड ट्रम्प ने दिल खोलकर स्वागत किया है। दोनों नेताओं के बीच दोस्ताना मुलाकात हुई है। व्लादिमीर पुतिन ने प्रतिबंधों में ढील हासिल की है, उनकी सेनाएं यूक्रेन में अब और बढ़त बना सकती हैं। व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ कोई तात्कालिक प्रतिबंध नहीं लगाए गए हैं, यह बड़ी राहत है।
यूक्रेन के लिए डोनाल्ड ट्रम्प सिर्फ वादे कर रहे हैं, न तो वह जंग रोक पाए हैं, न ही जंग रुकने की कोई उम्मीद है। वह अक्सर, जंग के लिए यूक्रेन को ही दोषी ठहरा देते हैं। यूक्रेन के सांसद ओलेक्सी गोंचारेंको ने कहा कि इस मुलाकात से व्लादिमीर पुतिन ने समय हासिल किया है, लेकिन कोई युद्धविराम या डी-एस्केलेशन पर सहमति नहीं बनी।
अपनी मुलाकात पर क्या कह रहे हैं डोनाल्ड ट्रम्प?
फॉक्स न्यूज को दिए गए एक इंटरव्यू में डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन के साथ उनकी मुलाकात की अगर रेटिंग तय करनी हो तो वे 10 में से 10 नंबर देंगे। दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी से बातचीत हुई है। ट्रम्प ने पुतिन को कठोर और मजबूत शख्स बताया है लेकिन कहा है कि मुलाकात सकारात्मक रही है।
व्लादिमीर पुतिन ने कीव और यूरोपीय देशों को धमकी दी है कि वे रूस की बढ़ती प्रगति को बाधित न करें। उन्होंने कहा कि रूस की चिंताएं वाजिब हैं, उन्हें नजर अंदाज नहीं करना चाहिए।